Jammu & Kashmir government released Rs.183 crore to MGNREGA beneficiaries
मजदूरी की रिहाई 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने के लिए है, जो बिना किसी काम और आजीविका के जम्मू और कश्मीर के दैनिक ग्रामीणों, श्रमिकों और अन्य कमजोर घरों का सामना करने वाले घातक कोरोनावायरस से निपटने के लिए है। J & K सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के तहत लाभार्थियों को 1,83 करोड़ रुपये जारी किए। यह कदम गरीबों को घर में काम करने के लिए दिया गया है।
मुख्य विशेषताएं:
- यह राशि 5-6 दिनों की अवधि के भीतर लाभार्थियों के खातों में इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्थानांतरित कर दी गई थी। इस कदम से जम्मू-कश्मीर में MGNREGA के तहत करीब50 लाख सक्रिय कर्मचारी लाभान्वित हुए।
- ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग, जम्मू और कश्मीर के अधिकारियों द्वारा लगभग 12 लाख लेनदेन किए गए थे।
- मजदूरी की रिहाई 21 दिन के तालाबंदी के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने के लिए है, जो बिना किसी काम और आजीविका के जम्मू-कश्मीर के दैनिक ग्रामीणों, श्रमिकों और अन्य कमजोर घरों का सामना करने वाले घातक कोरोनावायरस से निपटने के लिए है।
- सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (PFMS) के माध्यम से डिजिटल हस्ताक्षरित निधि अंतरण आदेशों के माध्यम से धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित की गई।
- यह कदम लोगों को शारीरिक रूप से भुगतान इकट्ठा करने के लिए बाहर जाकर जोखिम नहीं उठाने में मदद करना है।
जम्मू और कश्मीर:
- केंद्र शासित प्रदेश: 31 अक्टूबर 2019
- जिले: 20
- उपराज्यपाल: गिरीश चंद्र मुर्मू
- राजधानी: शिमला (मई-अक्टूबर), जम्मू (नवंबर-अप्रैल)